मिट्टी की प्लास्टिक सीमा का निर्धारण
संबंधित आईएस कोड: IS: 2720 (Part 5) – 1985
उद्देश्य
मिट्टी की सुघट्य सीमा (Plastic Limit - PL) का निर्धारण करना, जो वह जल सामग्री है जिस पर मिट्टी सुघट्य अवस्था से अर्द्ध-ठोस अवस्था में परिवर्तित होती है।
आवश्यक उपकरण
- पोर्सलीन बर्तन (Porcelain Dish)
- स्पैचुला (Spatula)
- कांच की प्लेट (लगभग 10 मिमी मोटी)
- चलनी (425 माइक्रोन)
- वजन तुला (Weighing Balance) (0.01 ग्राम तक संवेदनशील)
- ओवन (Oven)
- वायु-रुद्ध कंटेनर (जल सामग्री निर्धारण के लिए)
सिद्धांत
सुघट्य सीमा (Plastic Limit - PL) वह न्यूनतम जल सामग्री है जिस पर मिट्टी को बिना टूटे 3 मिमी व्यास के धागे में लपेटा जा सकता है। यह मिट्टी की सुघट्यता (Plasticity) और अर्द्ध-ठोस अवस्था के बीच की सीमा को दर्शाता है। यह महीन दानेदार मिट्टियों के वर्गीकरण के लिए महत्वपूर्ण है।
प्रक्रिया
मिट्टी की तैयारी
- लगभग 30 ग्राम मिट्टी लें जो 425-माइक्रोन चलनी से गुजरी हो।
- मिट्टी को पर्याप्त मात्रा में डिस्टिल्ड पानी के साथ मिलाएं जब तक कि यह धागों में लपेटने के लिए पर्याप्त सुघट्य न हो जाए।
मिट्टी के धागे बनाना
- मिट्टी के नमूने का एक हिस्सा लें और इसे अपनी उंगलियों और कांच की प्लेट के बीच में रोल करें।
- इसे तब तक रोल करें जब तक कि मिट्टी का धागा 3 मिमी व्यास तक न पहुंच जाए।
- यदि धागा 3 मिमी व्यास से पहले टूट जाता है, तो इसे इकट्ठा करें और प्रक्रिया दोहराएं।
मिट्टी को सुखाना
- जब मिट्टी का धागा 3 मिमी व्यास पर टूटने लगे, तो टूटे हुए टुकड़े इकट्ठा करें।
- इन टुकड़ों को कंटेनर में रखें और ओवन-सुखाने की विधि से उनकी जल सामग्री निर्धारित करें।
जल सामग्री का निर्धारण
- मिट्टी के नमूने को ओवन में 105°C – 110°C तापमान पर कम से कम 24 घंटे तक सुखाएं।
- नमूने का सुखाने से पहले और बाद का वजन करें ताकि जल सामग्री की गणना की जा सके।
- निम्नलिखित सूत्र का उपयोग करें:
जहां,
- = गीली मिट्टी का वजन
- = सूखी मिट्टी का वजन
पर्यवेक्षण तालिका
नमूना संख्या | गीला वजन (W₁) | सूखा वजन (W₂) | जल सामग्री (w%) |
---|---|---|---|
1 | |||
2 | |||
3 |
परिणाम
मिट्टी के दिए गए नमूने की सुघट्य सीमा (Plastic Limit - PL) तीनों नमूनों की जल सामग्री का औसत निकालकर निर्धारित की जाती है।
सावधानियां
- मिट्टी को समान रूप से मिश्रित करें ताकि सुघट्य अवस्था प्राप्त हो सके।
- मिट्टी को धीरे-धीरे रोल करें ताकि अत्यधिक दबाव से असमान टूट-फूट न हो।
- मिट्टी के धागे का व्यास 3 मिमी सही से मापा जाए।
- मिट्टी के नमूनों को इकट्ठा करने के तुरंत बाद वायु-रुद्ध कंटेनर में रखें ताकि नमी की हानि न हो।
- नमूनों को पूरी तरह से ओवन में सुखाएं ताकि जल सामग्री का सटीक निर्धारण किया जा सके।
यह प्रक्रिया IS: 2720 (Part 5) – 1985 के अनुसार मिट्टी की सुघट्य सीमा (Plastic Limit - PL) का निर्धारण पूरा करती है।
No comments:
Post a Comment