Thursday, 21 August 2025

Unit – I :व्यावसायिक और सामाजिक नैतिकता

 

Unit – I : व्यावसायिक और सामाजिक नैतिकता

 (Professional and Social Ethics)

1. व्यावसायिक नैतिकता (Professional Ethics)

1.1 परिभाषा

व्यावसायिक नैतिकता उन नैतिक सिद्धांतों, मानकों और आचरण के नियमों का समूह है जो किसी व्यक्ति को उसके पेशेवर जीवन में मार्गदर्शन देते हैं। इंजीनियरों के लिए इसका अर्थ है कि वे अपने तकनीकी ज्ञान का उपयोग ईमानदारी, जिम्मेदारी, सुरक्षा और समाज के हित में करें।

📌 उदाहरण: यदि कोई इंजीनियर पुल (bridge) का डिज़ाइन बना रहा है तो उसे लागत कम करने के दबाव में सुरक्षा मानकों से समझौता नहीं करना चाहिए।


1.2 आवश्यकता एवं महत्व

  • जन सुरक्षा (Public Safety): इंजीनियरिंग निर्णय सीधे मानव जीवन को प्रभावित करते हैं।

  • विश्वास एवं विश्वसनीयता: नैतिक आचरण से ग्राहकों और समाज का भरोसा बना रहता है।

  • उत्तरदायित्व: इंजीनियर अपने कार्य और उसके परिणाम के लिए जवाबदेह रहते हैं।

  • विवाद समाधान: नैतिकता जटिल परिस्थितियों में सही निर्णय लेने में सहायता करती है।

  • सतत विकास (Sustainable Development): नैतिक इंजीनियर प्रगति और पर्यावरण संतुलन दोनों पर ध्यान देते हैं।

📌 उदाहरण: वोक्सवैगन (Volkswagen) का Emission Scandal दिखाता है कि अनैतिक निर्णय समाज और कंपनी दोनों को भारी नुकसान पहुँचा सकते हैं।


1.3 इंजीनियरों के लिए सामान्य आचार संहिता (General Code of Ethics)

  1. सार्वजनिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और कल्याण को सर्वोपरि रखना।

  2. ईमानदारी, निष्पक्षता और सत्यनिष्ठा से कार्य करना।

  3. केवल अपनी विशेषज्ञता के क्षेत्र में सेवाएँ प्रदान करना।

  4. गोपनीयता बनाए रखना और बौद्धिक संपदा का सम्मान करना।

  5. हितों के टकराव (Conflict of Interest) से बचना।

  6. सतत और पर्यावरण अनुकूल समाधान अपनाना।

  7. लगातार ज्ञान एवं कौशल का विकास करना।

📌 उदाहरण: यदि किसी इंजीनियर को प्रोजेक्ट के बाद भी डिज़ाइन में त्रुटि दिखाई दे तो नैतिकता यह कहती है कि उसे तुरंत सूचित करना चाहिए, चाहे इससे आर्थिक नुकसान ही क्यों न हो।


1.4 इंजीनियरों के सामने प्रमुख नैतिक मुद्दे

  • सुरक्षा बनाम लागत (Safety vs Cost).

  • पर्यावरणीय जिम्मेदारी (Environmental Responsibility).

  • व्हिसलब्लोइंग (Whistleblowing) – अनैतिक गतिविधि उजागर करना।

  • डेटा गोपनीयता एवं साइबर सुरक्षा।

  • प्लेज़रिज़्म/बौद्धिक संपदा की चोरी।

  • निजी निष्ठा बनाम सार्वजनिक हित।

📌 केस स्टडी: चैलेंजर स्पेस शटल दुर्घटना (1986) में इंजीनियरों ने O-rings की खामी के बारे में चेतावनी दी थी, लेकिन प्रबंधन ने उसे नज़रअंदाज़ कर दिया। यह स्पष्ट नैतिक असफलता थी।


2. सामाजिक कौशल (Social Skills)

2.1 आवश्यकता एवं महत्व

इंजीनियरिंग कार्य अक्सर टीम में होता है, इसलिए सामाजिक कौशल आवश्यक हैं:

  • टीमवर्क और सहयोग बेहतर होता है।

  • विवाद और गलतफहमियाँ कम होती हैं।

  • नेतृत्व और निर्णय क्षमता बढ़ती है।

  • विविध (multicultural) वातावरण में सामंजस्य बना रहता है।

  • प्रोजेक्ट की गुणवत्ता और उत्पादकता बेहतर होती है।

📌 उदाहरण: एक प्रोजेक्ट मैनेजर अपने संवाद (communication) और वार्ता कौशल (negotiation skills) के कारण टीम और क्लाइंट के बीच विवाद सुलझा सकता है।


2.2 इंजीनियरों के लिए प्रमुख सामाजिक कौशल

  1. सामाजिक संवेदनशीलता (Social Perceptiveness):

    • दूसरों की भावनाओं, आवश्यकताओं और दृष्टिकोण को समझना।
      📌 उदाहरण: टीम लीडर यह पहचान लेता है कि कोई सदस्य तनाव में है और उसकी मदद करता है।

  2. समन्वय (Coordination):

    • दूसरों के साथ कार्यों का तालमेल बैठाना।
      📌 उदाहरण: सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियर निर्माण कार्य में एक-दूसरे के डिज़ाइन का समन्वय करते हैं।

  3. वार्ता (Negotiation):

    • विवादों को सुलझाना और समझौते पर पहुँचना।
      📌 उदाहरण: सप्लायर से गुणवत्ता मानकों पर बिना बजट बढ़ाए सहमति कराना।

  4. अनुनय (Persuasion):

    • दूसरों को किसी विचार या प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए तैयार करना।
      📌 उदाहरण: इंजीनियर प्रबंधन को पर्यावरण-अनुकूल तकनीक अपनाने के लिए समझाता है।

  5. सक्रिय सुनना और संचार (Active Listening & Communication):

    • ध्यानपूर्वक सुनना और स्पष्ट रूप से विचार रखना।
      📌 उदाहरण: क्लाइंट की आवश्यकताओं को ध्यान से सुनकर सही समाधान तैयार करना।

  6. टीमवर्क और सहयोग (Teamwork & Collaboration):

    • विभिन्न पृष्ठभूमि वाले लोगों के साथ मिलकर काम करना।
      📌 उदाहरण: सॉफ्टवेयर इंजीनियर, डिज़ाइनर और टेस्टर मिलकर प्रोडक्ट विकसित करते हैं।


सारांश

  • व्यावसायिक नैतिकता इंजीनियरों को जिम्मेदार, सुरक्षित और ईमानदार आचरण करने के लिए प्रेरित करती है।

  • सामाजिक कौशल टीमवर्क, नेतृत्व, संचार और सहयोग को मजबूत बनाते हैं।

  • दोनों मिलकर एक संपूर्ण पेशेवर (well-rounded professional) तैयार करते हैं, जो संगठन और समाज दोनों के लिए उपयोगी होता है।

No comments: